तीरे-ए-नज़र नीम कश, वफात बाक़ी
कोई तो हाल खबर पूँछो, हयात बाक़ी।
हर क़त्ल पर बदनाम हुआ मेरा कातिल
अभी इसबात बाक़ी तहक़ीकात बाक़ी।
ढह गई मेरे दिल की दीवार दो बातों से
अभी उनके अश्कों की बरसात बाक़ी।
औंधे आसमान के नीचे मेरे साथ बैठो
तारों के सफ़र के साझी बनें, रात बाक़ी।
आओ कुछ अफवाहें फैलाएं हवाओं में
आज खबरों में कोई बड़ी वारदात बाक़ी।
आँखों आँखों में जीने मरने के वादे हुए
वो कहते हैं कि अभी मुलाक़ात बाक़ी।
चर्चे-किस्से चले, रुसवाइयाँ हुईं फिर भी
रह गई यायावर के दिल की बात बाक़ी।
नीम कश - half-drawn; वफात - death; हयात - life; इसबात - proof;
बहुत खूब !!
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