यहाँ लोगों ने मुझे बताया है
कि सामने के इस मंदिर में
देवता बारह बरस में बस एक बार आते हैं
तब मंदिर के कपाट खोले जाते हैं
और ग्रामवासी यहाँ इकठ्ठा होते हैं,
हर्षोल्लास का माहौल होता है,
उस अंतराल में यह मंदिर
बस जिज्ञासा की एक वस्तु बनकर रह जाता है।
अदीब,
क्या तुम यह बता सकते हो
कि आखिर देवता मंदिर छोड़कर क्यों गये होंगे?
या कहाँ गये होंगे?