छज्जों की कई परतों से,
जो कि एक दूसरे से कई फीट की दूरी पर हैं,
गिरती हैं बूँदें
और खिड़की से निहारती हैं
एक कृत्रिम संसार
और सूँघती हैं उदास करने वाला उच्छ्वास
इन बातों के मशविरे
बादलों की दुनिया में कहीं नहीं हैं।
कारखानों की काली धूल से दबी पत्तियाँ हैं
जहाँ बूँदें आश्रय लेती हैं
कुछ देर के विश्राम के लिये,
कालिख से सन जाती हैं बूँदें
दम घुटता है
धरती पर गिरती हैं
बूँदों का टप-टप बढ़ चला है
या बैठा पेड़ वहाँ बड़बड़ाता है।
पहली बार में एक बूँद गिरी थी
धरती प्यासी थी
बूँद को खुले हाथों ले लिया था धरती ने
हमें वह बूँद खोजनी है
ट्यूब वेल लगाओ, कुँए खोदो
नहीं, हिम्मत नहीं हारनी है
आखिरी बूँद तक उलच देंगे
पहली बूँद खोजते-खोजते।
पसरी थी लम्बी क़तार कारों की सड़क पर
मंज़िल तक पहुँचने के लिये बेताब
कुछ बूँदें गिरती हैं
अफरा तफरी मच जाती है
लोगों के कवच बाहर निकल आते हैं
बाकी भागते हैं शरण के लिये
जैसे दूसरे ग्रह के वासी उतर रहे हैं धरती पर;
बूँदों, तुम्हारा स्वागत हर जगह नहीं होगा।
उच्छ्वास - Exhalation.
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